Conjugation संयुग्मन
•संयुग्मन शब्द लेटिन भाषा का शब्द ह जिसका अर्थ ह साथ साथ जोड़ना ।
• संयुग्मन शब्द की खोज जोह्न्नेस थियेल्र जर्मन रसायनज्ञ ने किया ।
परिभाषा--->
1- संयुग्मन एक ऐसी घटना है जिसमे 3 या अधिक समतलीय p ऑर्बिटल (जिनमे विस्थापित पाई इलेक्ट्रॉन पाये जाते हैं। ) अतीव्यापन करते हैं ।
2-संयुग्मन में एक p ऑर्बिटल दूसरे pऑर्बिटल से सिग्मा बन्ध को पार करते हुवे अतीव्यापन करता है ।
●संयुग्मन के लिये आवश्यक शर्तें ---->
1- तीन या अधिक निकटवर्ती सम तलीय ऑर्बिटल एक दुसरे से अतीव्यपन करते हो ।
2- pऑर्बिटल मोलिक्युलर प्लेन की लम्बवत होने चाहिये ।
3-पाई इलेक्ट्रॉनौं का विस्थापन ।
●संयुग्मन के उदाहरण--->
[1]--चक्रीय संयुग्मित तंत्र-
[2]--रेखीय संयुग्मित तंत्र-
[3] --मिस्रित संयुग्मित तंत्र-
संयुग्मन की विषेशताए--->
[1]- तीन या अधिक निकटवर्ती p-कक्षक उपस्थित होने चाहिये ।
[2]--सभी pकक्षक आणविक समतल के लम्बवत 90°मे होने चाहिये ।
[3]-- वे सभी कक्षक जो संयुग्मन मे भाग लेते हैं वो आपस मे सम्तलीय होने चाहिये ।
[4]--एकांतर क्रम मे पाई तथा सिग्मा बन्ध होते हैं।
[5]पाई इलेक्ट्रॉन सम्पूर्ण संयुग्मित तंत्र मे विस्थापित होता रहते हैं।
[6]--संयुग्मन चक्रीय अचक्रीय तथा रेखीय यौगिको द्वारा प्रदरधीत किया जाता है ।
[7]- संयुग्मन के कारण कुल ऊर्जा मे कमी हो जाती है ।
[8]--संयुग्मन स्थायित्वा को बडाते हैं ।
[9]-- वे कक्षक जो संयुग्मन में भाग लेते हैं उनमे SP² अथवा SP-संकरण होता है ।
[10]-- वसंयुग्मित तंत्र मे उपस्थित पाई इलेक्ट्रॉन निकटवर्ती सभी SP² संकरीत कक्षको द्वारा साझा किये जाते हैं ।
[11]-- संयुग्मित योगिक अनुनाद प्रदर्शित करते हैं।
[12]-- अधिकतं संयुग्मन ग्रेफीन , कार्बन नेनोट्यूब, ग्रेफाइट मे पाया जाता है ।
[13]--इसे n सेंटर k इलेक्ट्रॉन बन्ध भी कहते हैं ।
•संयुग्मन शब्द लेटिन भाषा का शब्द ह जिसका अर्थ ह साथ साथ जोड़ना ।
• संयुग्मन शब्द की खोज जोह्न्नेस थियेल्र जर्मन रसायनज्ञ ने किया ।
परिभाषा--->
1- संयुग्मन एक ऐसी घटना है जिसमे 3 या अधिक समतलीय p ऑर्बिटल (जिनमे विस्थापित पाई इलेक्ट्रॉन पाये जाते हैं। ) अतीव्यापन करते हैं ।
2-संयुग्मन में एक p ऑर्बिटल दूसरे pऑर्बिटल से सिग्मा बन्ध को पार करते हुवे अतीव्यापन करता है ।
●संयुग्मन के लिये आवश्यक शर्तें ---->
1- तीन या अधिक निकटवर्ती सम तलीय ऑर्बिटल एक दुसरे से अतीव्यपन करते हो ।
2- pऑर्बिटल मोलिक्युलर प्लेन की लम्बवत होने चाहिये ।
3-पाई इलेक्ट्रॉनौं का विस्थापन ।
●संयुग्मन के उदाहरण--->
संयुग्मन के प्रकार---->
[2]--रेखीय संयुग्मित तंत्र-
[3] --मिस्रित संयुग्मित तंत्र-
संयुग्मन की विषेशताए--->
[1]- तीन या अधिक निकटवर्ती p-कक्षक उपस्थित होने चाहिये ।
[2]--सभी pकक्षक आणविक समतल के लम्बवत 90°मे होने चाहिये ।
[3]-- वे सभी कक्षक जो संयुग्मन मे भाग लेते हैं वो आपस मे सम्तलीय होने चाहिये ।
[4]--एकांतर क्रम मे पाई तथा सिग्मा बन्ध होते हैं।
[5]पाई इलेक्ट्रॉन सम्पूर्ण संयुग्मित तंत्र मे विस्थापित होता रहते हैं।
[6]--संयुग्मन चक्रीय अचक्रीय तथा रेखीय यौगिको द्वारा प्रदरधीत किया जाता है ।
[7]- संयुग्मन के कारण कुल ऊर्जा मे कमी हो जाती है ।
[8]--संयुग्मन स्थायित्वा को बडाते हैं ।
[9]-- वे कक्षक जो संयुग्मन में भाग लेते हैं उनमे SP² अथवा SP-संकरण होता है ।
[10]-- वसंयुग्मित तंत्र मे उपस्थित पाई इलेक्ट्रॉन निकटवर्ती सभी SP² संकरीत कक्षको द्वारा साझा किये जाते हैं ।
[11]-- संयुग्मित योगिक अनुनाद प्रदर्शित करते हैं।
[12]-- अधिकतं संयुग्मन ग्रेफीन , कार्बन नेनोट्यूब, ग्रेफाइट मे पाया जाता है ।
[13]--इसे n सेंटर k इलेक्ट्रॉन बन्ध भी कहते हैं ।
No comments:
Post a Comment